nfc tags
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NFC क्या है और इसका उपयोग किस लिए किया जाता है ?

नमस्कार दोस्तों, आज हम इस लेख में जानेंगे की NFC के बारे मे ,NFC का उपयोग ,कैसे काम करता है और फायदे और नुकसान इत्यादि के बारे मे l यह blog बहुत ही आसान शब्दों में लिखा गया है | इस blog को आप पूरा पढिए।तो बिना आपका समय बर्बाद किए ,चलिए जानते हैं NFC क्या है।

NFC (Near Field Communication) एक तकनीक है जिसका उपयोग डेटा साझा करने और डिवाइस को किसी और डिवाइस से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है। NFC मे electromagnetic radio fields का उपयोग होता है। यह एक प्रकार का वायरलेस संचार है जो दो उपकरणों के बीच निकट संपर्क ( लगभग 10 सेंटीमीटर या उससे कम) के माध्यम से डेटा को ट्रांसफर करता है।

इसका सबसे अच्छा उदाहरण है स्मार्टफ़ोनों के बीच डेटा साझा करना। जब आप अपने फ़ोन को किसी अन्य NFC स्मार्टफ़ोन के पास लाते हैं, तो वे एक-दूसरे से कनेक्ट होते हैं, और आप डेटा जैसे कि फ़ोटो, वीडियो, या किसी अन्य जानकारी को स्वतंत्र रूप से साझा कर सकते हैं।

NFC कैसे काम करता है :

NFC आमतौर पर स्मार्टफोन, टैबलेट और अन्य उपकरणों में पाया जाता है।

  • NFC Peer-to-Peer मोड, इसमें दो डिवाइसेस आपस में सीधे रूप से जुड़े होते हैं और एक दूसरे के साथ डेटा साझा करते हैं, जैसे कि फ़ाइलें, तस्वीरें, वीडियो आदि।

  • NFC एक छोटा सा उपकरण होता है जो रेडियो तरंगों का उपयोग करके डेटा को भेजता और प्राप्त करता है।

  • प्रत्येक NFC डिवाइस में एक छोटे से एंटीना होता है। यह एंटीना एक रेडियो तरंग उत्पन्न करता है जो दूसरे डिवाइस के एंटीना को पकड़ सकता है।

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  1. कम्यूनिकेशन चिप्स: यह चिप्स आपके स्मार्टफोन और अन्य डिवाइस में होती हैं, जो एक छोटे से रेंज के अंदर डेटा को भेजने और प्राप्त करने में मदद करती हैं।

  2. नियर फील्ड: NFC कम्यूनिकेशन केवल छोटे से दूरी पर काम करता है, आमतौर पर कुछ सेंटीमीटर तक। इसका मतलब है कि दो डिवाइस को आपस में बिलकुल पास लाना होता है ताकि वे कम्यूनिकेट कर सकें।

  3. डेटा संचार: जब आपके डिवाइस NFC सक्षम होता है और आप उन्हें पास लाते हैं, तो वे एक-दूसरे से डेटा साझा करने के लिए तैयार होते हैं। यह डेटा रेडियो तरंगों के माध्यम से होता है और यह बहुत ही तेजी से होता है।

NFC का उपयोग :

NFC का उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  1. मोबाइल पेमेंट्स (Mobile Payments) : NFC का सबसे आम उपयोग है मोबाइल भुगतान में। इसका मतलब है कि आप अपने स्मार्टफोन का उपयोग करके दुकानों में खरीददारी कर सकते हैं, बिना किसी कार्ड को छूए या स्वाइप किए। उदाहरण के लिए, आप अपने स्मार्टफोन को डीपोसिट मशीन के पास ले जाकर अपने बैंक खाते से पैसे भुगत सकते हैं, जैसे कि Google Pay या Apple Pay के माध्यम से.

  2. डेटा स्थानांतरण (Data Transfer) : आप अपने स्मार्टफोन का उपयोग करके डोक्यूमेंट्स और फोटोग्राफ्स को दूसरे लोगों के साथ साझा करने के लिए NFC का उपयोग कर सकते हैं। बस दोनों डिवाइस को एक साथ लाकर आप डेटा को आसानी से send and receive कर सकते हैं। जैसे कि फ़ोटो, वीडियो, या संपर्क जानकारी।

  3. स्मार्ट टैग्स और नेविगेशन (Smart Tags) : NFC का उपयोग स्मार्ट टैग्स के साथ भी होता है, जो विभिन्न जगहों पर लगे होते हैं। इन्हें स्मार्टफोन से स्कैन करके उपयोगकर्ताएं विभिन्न जानकारी प्राप्त कर सकती हैं, जैसे कि संदेश, लोकेशन, और अन्य डेटा।

  4. नियंत्रण प्रणाली (Access Control Systems) : NFC का उपयोग सुरक्षित एलेक्ट्रॉनिक दरवाज़ों, लॉकरों और अन्य स्थानों के एक्सेस कंट्रोल प्रणालियों में भी होता है।

  5. हेल्थकेयर (Fitness Tracking) : आप अपने फिटनेस उपकरण का उपयोग करके अपने स्मार्टफोन से व्यायाम डेटा को सहेज सकते हैं, जैसे कि हृदय दर और कद.

  6. मुद्रा प्रमाणीकरण (Currency Authentication): कुछ वित्तीय संस्थान NFC चिप्स का उपयोग करके मुद्रा नोटों की सत्यता करते हैं, जिससे आप जान सकते हैं कि एक नोट असली है या नकली।

ये कुछ उदाहरण हैं, लेकिन इसका उपयोग और विकास निरंतर हो रहा है ,NFC एक सुरक्षित तकनीक है और यह हमारे जीवन को आसान बनाने में मदद करता है, क्योंकि इसका उपयोग बिना किसी तार के यानि Wireless तरीके से किया जा सकता है।

NFC के फायदे और नुकसान :

NFC के फायदे :

  1. Ease of Use: NFC बहुत ही सरल है और उपयोगकर्ता के बीच डेटा साझा करने को आसान बनाता है।

  2. Speed: यह बहुत ही फ़ास्ट होता है, ताकि आप जल्दी से डेटा साझा कर सकें।

  3. Mobile Payments: NFC का उपयोग मोबाइल पेमेंट्स के लिए किया जा सकता है, जिससे खरीददारी के साथ-साथ बैंकिंग कार्यों को भी सरल बनाता है।

  4. IoT: NFC को इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) डिवाइसेस के बीच communication के लिए भी उपयोग किया जा सकता है, जो एक घर के अंदर जुड़े हो सकते हैं।

  5. Connectivity: NFC विभिन्न डिवाइसों को आसानी से कनेक्ट करने में मदद करता है, जैसे कि हेडफोन्स, स्पीकर्स, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस।

  6. Commercial and Business Use: व्यवसायों में उपयोग करके उन्हें ग्राहकों के साथ आसानी से इंटरेक्ट करने का अवसर मिलता है।

  7. Security : क्योंकि यह बहुत छोटी दूरी पर काम करती है। जो केवल नजदीकी उपकरणों के साथ संवाद (communicate) करती है, जो इसे काफी हद तक सुरक्षित बनाता है।

NFC के नुकसान :

  1. Limited Range: NFC उपकरण सीमित दूरी पर काम करते है, जिसका मतलब है कि आपको दो डिवाइस को एक-दूसरे के बीच बहुत करीब लाना होता है।

  2. Small Data Transactions: NFC छोटे डेटा ट्रांजैक्शन के लिए अधिक प्राथमिक है, और बड़े फ़ाइलों को साझा करने के लिए उपयोगकर्ता को अन्य तकनीकों का सहायक होना पड़ता है।

  3. Battery Usage: NFC का उपयोग करने के लिए डिवाइस में बैटरी का अधिक उपयोग हो सकता है, जिससे बैटरी जल्दी खत्म हो सकती है।

  4. Hardware Compatibility: NFC का उपयोग केवल उन डिवाइसों के साथ किया जा सकता है जिनमें NFC समर्थन (Support) होता है, इससे अन्य डिवाइसों के साथ डेटा को साझा करने में कठिनाइयाँ आ सकती हैं।

  5. Security Challenges: यह डेटा के चोरी का खतरा भी बढ़ाता है, अगर आप अपने डिवाइस को सावधानीपूर्वक नहीं इस्तेमाल करते हैं।

NFC के सुरक्षा जोखिम

NFC एक सुरक्षित तकनीक है, लेकिन इसके कुछ सुरक्षा जोखिम भी हैं। एक जोखिम यह है कि एक हैकर आपके NFC-सक्षम उपकरण को स्कैन कर सकता है और आपके डेटा को चुरा सकता है। एक अन्य जोखिम यह है कि एक हैकर NFC का उपयोग करके आपकी पहचान चुरा सकता है।

NFC के सुरक्षा जोखिमों को कम करने के लिए, आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं

  • अपने NFC-सक्षम उपकरण को अपडेट रखें।

  • केवल विश्वसनीय स्रोतों से NFC टैग खरीदें।

  • अपने NFC-सक्षम उपकरण को सार्वजनिक रूप से उपयोग करते समय सावधानी बरतें।

समाप्ति

” आशा करते है आपको यह जानकरी पसंद आई होगी और आपको इस लेख से उपयुक्त जानकारी मिली होगी, कृपया इसे शेयर करें ” और हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि कुछ कमी रह गई हो, तो जल्द से जल्द हम इसमें सुधार कर सके।

धन्यवाद

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