नमस्कार दोस्तों, आज हम इस Post में जानेंगे Internet के बारे मे कि Internet क्या है , Internet का उपयोग , वह कैसे काम करता है, इंटरनेट के लाभ नुकसान आदि के बारे मे l यह पोस्ट बहुत ही आसान शब्दों में लिखा गया है | आप इसे पूरा पढ़िए तो बिना आपका समय बर्बाद किए ,चलिए जानते हैं इंटरनेट क्या है।
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ToggleInternet क्या है ?
इंटरनेट एक विशाल नेटवर्क है जो विश्व भर के कंप्यूटरों को एक-दूसरे से जोड़ता है। यह कई Local और Global कंप्यूटर नेटवर्क्स को जोड़ता है यानि दुनिया भर में कंप्यूटर, सर्वर, डिवाइस, और अन्य इंटरनेट-संबंधित उपकरणों को एक साथ जोड़ता है ताकि वे एक-दूसरे से डेटा और सूचना साझा कर सकें । इंटरनेट को हिंदी में “अंतरजाल” भी कहा जाता है।
“Internet” यह शब्द “Inter” और “Net” इन दो शब्दों से मिलकर बना है।
“Inter” का अर्थ है “बीच में” या ’’अंतर ’’।
“Net” का अर्थ है “नेटवर्क” या “जाल”। इससे स्पष्ट होता है कि इंटरनेट एक ऐसा जाल है या नेटवर्क है जो कई कंप्यूटर और डिवाइसों को एक साथ जोड़ता है ताकि वे संचार और जानकारी साझा कर सकें।
नेटवर्क क्या है ?
नेटवर्क (Network) एक तकनीकी शब्द है जो विभिन्न उपकरणों, जैसे कि कंप्यूटर, स्मार्टफोन, राउटर, स्विच, और अन्य डिवाइस को एक-दूसरे से कनेक्ट करने के लिए प्रयुक्त होता है। नेटवर्क दो या अधिक डिवाइसेज़ के बीच संचार को संभालता है ताकि वे डेटा, जानकारी, या संचार कर सकें। जैसे कुछ कुछ उदाहरण हैं :LAN ,MAN,WAN ,CAN ,VPN आदि ।
इंटरनेट के माध्यम से, लोग डेटा, जानकारी, और सेवाओं को अन्य व्यक्ति के साथ साझा कर सकते हैं, वेबसाइटों पर सर्फ कर सकते हैं, ईमेल भेज सकते हैं, ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं, सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं, और भी बहुत कुछ कर सकते है। इसे एक विश्वव्यापी नेटवर्क के रूप में भी जाना जाता है।
Internet हम तक कैसे पहुंचता है?
इंटरनेट तक पहुंचने के लिए, भौतिक माध्यमों का उपयोग किया जाता है, जिनमें तांबे के तार (केबल), टेलीफोन लाइनें (DSL), Fibre-optic Cable और Satellite (कृत्रिम उपग्रह) भी शामिल हैं।
जब हम optical-fiber cable की बात करते हैं, तो यह इंटरनेट के लिए एक महत्वपूर्ण रोल निभाती है। यह cable बेहद तेज डेटा संचार करती है।
समुद्री केबल भी Fibre-optic Cable का एक प्रकार है जो महासागरों के तहत स्थापित किया जाता है। इन केबलों का उपयोग विभिन्न देशों और क्षेत्रों के बीच में संचार के लिए किया जाता है। इन केबलों के माध्यम से बहुत ज्यादा डेटा को अत्यंत तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा सकता है।
अगर आप समुद्री केबलों की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो Submarine Cable Map यहाँ से आप चेक कर सकते है दुनिया मे किस तरह कितनी cable बिछी हुई है। यह आपको दुनिया भर में समुद्री केबलों के स्थान और उनकी जानकारी देता है, जिससे आपको इंटरनेट के गहराई तक की बेहतर समझ मिलती है।
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Internet कैसे काम करता है ?
Network Infrastructure : इंटरनेट का काम करने का तरीका बहुत ही रोचक है यह एक व्यापक नेटवर्क है जो कंप्यूटर, सर्वर, डिवाइसेज, राउटर्स, नेटवर्क टॉपोलॉजी ,प्रोटोकॉल्स ,ऑप्टिकल फाइबर, और सैटेलाइट्स जैसी तकनीकों के माध्यम से काम करता है।
सबसे पहले, आपके डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट करने की आवश्यकता है। यह विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि: ईथरनेट केबल ,Wi-Fi, मोबाइल डेटा
डेटा पैकेट : जब आप इंटरनेट का उपयोग करते हैं, तो आपका डिवाइस डेटा पैकेट भेजता और प्राप्त करता है। ये पैकेट छोटे सूचना बिट्स होते हैं । जब आप इंटरनेट के एक पेज को खोलते हैं, तो आपका डिवाइस एक डेटा पैकेट भेजता है। इस पैकेट में डेटा का निर्देश, प्रारूप, और प्राथमिक जानकारी शामिल होती है।
राउटर और स्विचेस: एक उपकरण है जो आपके घर या कार्यालय में सभी उपकरणों को इंटरनेट से जोड़ता है। यह डेटा पैकेट को सही डिवाइस पर भेजता है। यह पैकेट आपके नेटवर्क के राउटर और स्विचेस के माध्यम से गुजरता है।
ISP : ISP कंपनियाँ होती है जो आपको इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करती है। जब पैकेट आपके नेटवर्क से बाहर जाता है, तो वह आपके ISP के रूप में जाना जाता है। आपका ISP डेटा पैकेट को इंटरनेट पर ले जाता है ताकि आप वेबसाइटों और सेवाओं का उपयोग कर सकें।
Communication protocol : डेटा पैकेट को इंटरनेट पर भेजने और प्राप्त करने के लिए नियमों का एक समूह होता है जिन्हें प्रोटोकॉल कहा जाता है। जैसे TCP/IP प्रोटोकॉल है। जब आप एक डोमेन (जैसे https://gyanipanda.com/) का उपयोग करते हैं, तो DNS उसे एक IP पता में बदलता है। यह पता डेटा पैकेट को सही सर्वर तक पहुंचाने में मदद करता है।
वेब सर्वर: जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपका डिवाइस वेब सर्वर से अनुरोध भेजता है। (वेब सर्वर वह कंप्यूटर होता है जो वेबसाइट के डेटा को स्टोर करता है। ) जब डेटा पैकेट सही सर्वर पर पहुंचता है, तो उस सर्वर से जानकारी को लोड किया जाता है। वेबसाइट डेटा ढूंढता है, और इसे आपके डिवाइस पर वापस भेजता है। यानि एक बार जब सर्वर डेटा पैकेट को प्रोसेस करता है, तो वह उत्तर डेटा पैकेट के रूप में आपके डिवाइस को भेजता है।
डेटा प्राप्ति: आपका डिवाइस डेटा पैकेट को प्राप्त करता है और उसे डिस्प्ले करता है, जिससे आप वेबसाइट, एप्लिकेशन, या सेवा का उपयोग कर सकते हैं।
कैशिंग: जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपका डिवाइस कुछ डेटा को अपने कैश में स्टोर कर सकता है। इसका मतलब है कि अगली बार जब आप उस वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपका डिवाइस इसे वेब सर्वर से डाउनलोड किए बिना डेटा को अपने कैश से लोड कर सकता है, जिससे पेज लोड समय कम हो जाता है।
यह प्रक्रिया बहुत ही तेजी से होती है ताकि आप इंटरनेट का आनंद ले सकें।
Internet के प्रकार
Internet के बहुत सारे प्रकार हो सकते हैं :
Public Internet : यह इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे आम जनता उपयोग करती है जैसे कि ईमेल, वेबसाइट सर्फ , सोशल मीडिया, आदि। इसे सार्वजनिक इंटरनेट कहा जाता है क्योंकि इसे कोई भी उपयोग कर सकता है, जब भी चाहे।
Private Internet : यह वह इंटरनेट होता है जिसका उपयोग केवल किसी विशेष संगठन, कंपनी, या व्यक्तिगत उपयोग के लिए ही होता है। इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षा, गोपनीयता और नियंत्रित पहुंच प्रदान करना होता है। Private इंटरनेट को सामान्यतः Intranet या VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के रूप में जाना जाता है।
Dark Web : यह Internet का वह हिस्सा है जो सामान्य सर्च इंजनों द्वारा एक्सेस नहीं किया जा सकता है । इसमें Anonymous और Encrypted कनेक्शन का उपयोग किया जाता है और अक्सर अवैध गतिविधियों के लिए उपयोग किया जाता है।
Internet हमे कैसे और किसके जरिए मिलता है ?
Internet कनेक्शन के आधार पर :
Wireless (बिना तार): इसमें Wi-Fi, Bluetooth, या Satellite Internet का उपयोग किया जाता है।
Wired (तार से जुड़ा): इसमें DSL, Cable Broadband, या Fiber Optic इंटरनेट आदि शामिल हैं।
Internet सेवाओं के आधार पर :
Personal Internet : यह घर पर या व्यक्तिगत उपयोग के लिए होता है, जैसे कि Wi-Fi या मोबाइल डेटा सेवाएं।
Business Internet : इसमें कम्पनियों, संगठनों, या व्यवसायों के लिए इंटरनेट सेवाएं शामिल हैं, जैसे कि ब्रॉडबैंड कनेक्शन, VPN, वेब होस्टिंग, ईमेल सेवाएं आदि।
1. Dial-up Internet
यह इंटरनेट टेलीफोन लाइन का उपयोग करके इंटरनेट से जुड़ता है और इसमें डेटा की गति भी कम होती है। यानि यह इंटरनेट से कनेक्ट करने का सबसे पुराना और धीमा तरीका है।
2. DSL (Digital Subscriber Line)
DSL इंटरनेट भी टेलीफोन लाइन का उपयोग करता है, यह Dial-up Internet की तुलना में तेज़ इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है
3. Leased Line
leased लाइन या Point-to-point के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का नेटवर्क कनेक्शन होता है जो दो या अधिक स्थानों को आपस में जोड़ता है। यह एक टेलीफोन लाइन होती है जिसे आप एक नेटवर्क सेवा प्रदाता के माध्यम से किराए पर लेते हैं और यह इंटरनेट, डेटा ट्रांसफर और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए उपयोग किया जाता है।Leased Line का उपयोग बड़ी कंपनियों, बैंकों, शिक्षा संस्थानों आदि मे किया जाता है।
4. ISDN
ISDN (Integrated Services Digital Network) एक पुरानी तकनीक है ,एक डिजिटल टेलीकम्यूनिकेशंस सेवा है जो विभिन्न सेवाओं को एक ही नेटवर्क में एकीकृत करता है। यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, इंटरनेट एक्सेस, वॉयस कॉलिंग, और डेटा ट्रांसफर के लिए उपयोग किया जाता है। ISDN कनेक्शन अनलॉग टेलीफोन लाइनों की तुलना में तेज Speed और Security प्रदान करता है, लेकिन आधुनिक डिजिटल नेटवर्क्स के आगमन के साथ, ISDN की प्रचलन घट गया है।
5. Cable Internet
केबल इंटरनेट मे केबल टेलीविजन के नेटवर्क का उपयोग किया जाता है। इसमें डेटा की गति में तेजी और स्थिरता में अधिक होता है और यह DSL की तुलना में तेज़ होता है।
6. Wi-Fi (Wireless Internet)
Wireless Internet किसी भी प्रकार की केबल का उपयोग नहीं किया जाता है। जैसे कि Wi-Fi, ब्रॉडबैंड, अन्य तकनीक। वायरलेस इंटरनेट पोर्टेबिलिटी होते हैं लेकिन Wi-Fi की रेंज आम तौर पर 150-160 फीट होती है तो बस यह ध्यान देना आवश्यक है।
7. Satellite Internet
इस मे इंटरनेट Satellite के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। यह सैटेलाइट के माध्यम से डेटा भेजता और प्राप्त करता है। यह अक्सर दूरदराज क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचाने के लिए उपयोग किया जाता है जहां अन्य इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं होती हैं।
8. Broadband Internet
ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन एक high speed इंटरनेट कनेक्शन होता है और इसका उपयोग वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, और अन्य बड़े डेटा डाउनलोड के लिए किया जाता है।
9. Fiber optical
यह इंटरनेट से कनेक्ट होने का सबसे तेज़ तरीका है। यह डेटा ट्रांसफर के लिए प्रकाश का उपयोग करता है।फाइबर यह प्रकाश संकेतों का उपयोग करके डेटा प्रसारित करता है, जो तांबे के तारों की तुलना में बहुत तेज़ गति प्रदान करता है। फाइबर ऑप्टिक्स कनेक्शन आमतौर पर व्यवसायों और उन घरों के लिए उपयोग किए जाते हैं जिन्हें high speed इंटरनेट की आवश्यकता होती है।
Internet के उपयोग
इंटरनेट का उपयोग आजकल हर क्षेत्र में हो रहा है और यह सूचना प्रौद्योगिकी की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो हमारे जीवन को आसान बनाती है। यहाँ इसके कुछ प्रमुख उपयोग दिए गए है जो निम्नलिखित हैं:
1. Communication
ईमेल और मैसेजिंग: इंटरनेट के माध्यम से लोग आसानी से ईमेल और इंस्टेंट मैसेजिंग सेवाओं (जैसे WhatsApp, Messenger) का उपयोग कर सकते हैं।
वीडियो कॉल और वॉयस कॉल: Skype, Zoom, Google Meet जैसी सेवाओं से वीडियो कॉलिंग और वॉयस कॉलिंग संभव है।
2. Information Retrieval
सर्च इंजन: Google, Bing, Yahoo जैसे सर्च इंजन का उपयोग कर विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
ऑनलाइन समाचार: इंटरनेट पर न्यूज़ वेबसाइट्स और ऐप्स के माध्यम से ताजा खबरें पढ़ी जा सकती हैं।
3. Education
ऑनलाइन कोर्स: कई Education वेबसाइट्स से विभिन्न कोर्स और शिक्षण सामग्री प्राप्त की जा सकती है।
वेबिनार और वर्चुअल क्लासरूम: कई प्लेटफॉर्म्स पर वेबिनार और ऑनलाइन क्लासेस ली जा सकती हैं।
4. Entertainment
स्ट्रीमिंग सेवाएं: कई Video Streaming सेवाओं पर फिल्में और टीवी शो देखे जा सकते हैं।
ऑनलाइन गेमिंग: विभिन्न ऑनलाइन गेम्स और गेमिंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कर गेम खेले जा सकते हैं।
5. Social Media
नेटवर्किंग: Facebook, Twitter, Instagram, LinkedIn जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं और अपने विचार साझा कर सकते हैं।
कंटेंट शेयरिंग: YouTube जैसी साइट्स पर वीडियो और अन्य कंटेंट शेयर किया जा सकता है।
6. E-commerce
ऑनलाइन शॉपिंग: Amazon, Flipkart जैसी वेबसाइट्स पर कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य सामान खरीदा जा सकता है।
7. Banking and Financial Services
ऑनलाइन पेमेंट्स: PayPal, Google Pay, PhonePe जैसी सेवाओं के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान किए जा सकते हैं।
ऑनलाइन निवेश: स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड्स आदि में ऑनलाइन निवेश किया जा सकता है।
8. Healthcare Services
टेलीमेडिसिन: डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श और चिकित्सा सेवाएं ली जा सकती हैं।
स्वास्थ्य संबंधी जानकारी: मेडिकल वेबसाइट्स से बीमारियों और स्वास्थ्य संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
9. Work and Business
रिमोट वर्किंग: लोग घर से काम कर सकते हैं और वर्चुअल मीटिंग्स कर सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग: सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कर अपने व्यवसाय का प्रचार कर सकते हैं।
10. Government Services
ई-गवर्नेंस: ऑनलाइन सरकारी सेवाएं जैसे टैक्स फाइलिंग, पेंशन, और अन्य नागरिक सेवाएं उपलब्ध होती हैं।
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Internet के फायदे और नुकसान
Internet के फायदे :
Repository of information : इंटरनेट पर लगभग हर विषय पर जानकारी उपलब्ध है। इंटरनेट के माध्यम से लोग आसानी से सूचना को साझा कर सकते हैं । हम दुनियाभर के लोगों से आसानी से संपर्क में रह सकते हैं। इससे हमें ईमेल, चैट, वीडियो कॉलिंग, सोशल मीडिया, आदि की सुविधा मिलती है।
Education : इंटरनेट ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। ऑनलाइन शिक्षा, ई-लर्निंग प्लेटफार्म्स, वीडियो ट्यूटोरियल्स आदि के माध्यम से विभिन्न ऑनलाइन कोर्सेज और शिक्षा प्राप्त की जा सकती है, जिससे सीखने की प्रक्रिया को easy और accessible बनाया जा सकता है।
Work easy : लोग ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग, बुकिंग, और अन्य कार्यों को आसानी से और तेजी से कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से लोग घर बैठे ही विभिन्न उत्पाद और सेवाएं खरीद सकते हैं। इससे समय और ऊर्जा की बचत होती है।
Work from Home : इंटरनेट ने घर से काम करना संभव और प्रभावी बनाया है।
Entertainment : इंटरनेट पर कई प्रकार के मनोरंजन के साधन उपलब्ध हैं जैसे कि वीडियो स्ट्रीमिंग, सोशल मीडिया, गेमिंग, फिल्में, म्यूजिक, आदि।
Social engagement : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए लोग एक-दूसरे से जुड़े रह सकते हैं, नए दोस्त बना सकते हैं और अपने विचार साझा कर सकते हैं।
Health services : डॉक्टर से ऑनलाइन परामर्श लिया जा सकता है, जिससे समय और संसाधनों की बचत होती है। फिटनेस और स्वास्थ्य ऐप्स उपयोगकर्ताओं को स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने में मदद करते हैं और इंटरनेट पर कई स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह आसानी से उपलब्ध है ।
Internet के नुकसान :
Cyber security : इंटरनेट का उपयोग करते समय साइबर अपराधों का खतरा होता है जैसे कि डेटा चोरी, फिशिंग, वायरस, और अन्य ऑनलाइन हमले।
Fake information : इंटरनेट पर उपलब्ध अधिकतम जानकारी सही नहीं होती है जो कई बार लोगों को गलत रास्ते पर ले जाती है। इंटरनेट पर गलत सूचना, अफवाहें और फेक न्यूज फैलाना आसान है, जिससे समाज में भ्रम और अविश्वास की स्थिति पैदा हो सकती है।
Online crime : इंटरनेट पर अपराधों का जोखिम बढ़ता जा रहा है, जैसे कि धोखाधड़ी, धमकी , hate trolling,Cyberbullying आदि।
Social isolation : इंटरनेट पर अधिक समय बिताने से वास्तविक जीवन में सामाजिक संपर्क कम हो सकता है, जिससे अकेलापन और अवसाद जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
Health problems : लंबे समय तक इंटरनेट का उपयोग करने से शारीरिक समस्याएं जैसे आंखों की थकान, गर्दन और पीठ दर्द हो सकते हैं, साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
Time waste : इंटरनेट पर बहुत सारा कंटेंट ऐसा है जो न केवल अव्यवस्थित है, बल्कि समय की बर्बादी का कारण भी बन सकता है। फालतू वीडियो, सोशल मीडिया, और अन्य ऑनलाइन गतिविधियों में समय की बर्बादी बहुत होती है l नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है यदि इंटरनेट का उपयोग संयम से न किया जाए।
Useless Videos and Content : इंटरनेट पर बहुत सारे Meme ,और फालतू reels , shorts ,Video होते हैं जो समय बर्बाद कर सकते हैं। अक्सर लोग इन पर अधिक समय बिताते हैं क्योंकि वे सोचते है कि ये मनोरंजक होते हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश का कोई वास्तविक उपयोग नहीं होता।
Clickbait content : आकर्षक और misleading headlines वाले वीडियो और आर्टिकल्स जो हमें देखने और पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं, अक्सर समय बर्बाद करने का कारण बनते हैं। ये content आमतौर पर कोई उपयोगी नहीं होते और मुख्य रूप से व्यूज और क्लिक प्राप्त करने के लिए बनाए जाते हैं।
Addictive recommendations : अल्गोरिदम की addictive suggestions डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के मुख्य घटक हैं, जो user को लगातार नई सामग्री सुझाते रहते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को प्लेटफॉर्म पर अधिक समय तक बनाए रखना है, यह वैसे बहुत काम के होते है ,लेकिन यह कई बार समय की बर्बादी और अन्य नकारात्मक प्रभावों का कारण बन सकता है।
देखे इंटरनेट के फायदे और नुकसान दोनों हैं, लेकिन इसका समझदारी से उपयोग करने से इसके अधिकतम लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं और नुकसान को कम किया जा सकता है।
Internet, Intranet और Extrant के बीच क्या अंतर है ?
1. Internet :
इंटरनेट एक Global network है जो Public network के रूप में काम करता है।
यह एक सार्वजनिक नेटवर्क है जिसमें अन्य उपयोगकर्ताओं या सिस्टमों से संवाद करने के लिए बाहरी नेटवर्क कनेक्शन की आवश्यकता होती है।
इंटरनेट सार्वजनिक है और सभी के लिए उपलब्ध है। इसमें हर तरह की जानकारी होती है, जिसमें कुछ गलत , कुछ सही और हानिकारक भी हो सकती है।
Internet का उदाहरण है Online shopping करना ,Web browsing, E-mail use, social media, video calling, का use इत्यादि।
2. Intranet :
इंट्रानेट एक Personal network है जो किसी संगठन या कंपनी के लोगों के द्वारा प्रयोग किया जाता है।
यह आमतौर पर इंटरनेट से अलग होता है और फ़ायरवॉल द्वारा सुरक्षित होता है।
इसमें केवल संगठन या कंपनी के कर्मचारियों और आधिकारिक उपयोगकर्ताओं को ही पहुंच होती है यानि Intranet को access करने के लिए Username और Password जरुरी होता है।
Intranet निजी है और केवल अधिकृत कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है। यह सुरक्षित है और इसमें केवल कंपनी से संबंधित जानकारी होती है।
Intranet का उदाहरण है Organization की वेबसाइट, internal data sharing, कार्यवाही प्रक्रियाएं,customer information , Internal Forum and Chat आदि।
3. Extranet :
एक्सट्रानेट एक Controlled network होता है जो बड़े तौर पर किसी संगठन या कंपनी के लोगों के द्वारा प्रयोग किया जाता है।
Extranet में सुरक्षा का उच्च स्तर होता है। इसमें फ़ायरवॉल, एन्क्रिप्शन और अन्य सुरक्षा तकनीके शामिल होते हैं ताकि डेटा सुरक्षित रहे।
Extranet को भी Access करने के लिए Username और Password जरूरत होती है।
यह Organization के Intranet को बाहरी users (जैसे Customer, partner या supplier) के साथ साझा करता है।
Extranet का उदाहरण है जैसे किसी कंपनी का पोर्टल जहां कंपनी के ग्राहक अपने order track कर सकते हैं, supplier अपनी supply की स्थिति देख सकते हैं, विभिन्न कंपनियाँ या संगठन किसी परियोजना पर मिलकर काम कर सकते हैं और जरूरी दस्तावेज़ साझा कर सकते हैं आदि।
समाप्ति
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धन्यवाद