Nipah Virus
निपाह वायरस क्या है - Nipah Virus (NiV)

निपाह वायरस क्या है – Nipah Virus (NiV)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार Nipah Virus (NiV) जनवरो से इंसानो मे तेजी से फैलने वाला एक वायरस है। भारत मे हाल ही मे इस वायरस के मामले देखने को मिले है।

परिचय :

1. सर्वप्रथम निपाह वायरस कहाँ और किस मे पहचाना गया था ?

  • 1998-99 ,मे सबसे पहले निपाह वायरस मलेशिया में पहचाना गया था।
  • यह पहली बार सूअर पालको मे फैलने के दौरान पहचाना गया ।
  • इस बीमारी का नाम “सुंगई निपाह” गाँव के आधार पर रखा गया है।
  • निपाह वायरस का प्रमुख कारण विशेषज्ञो द्वारा फ्रुट बेटस/चमगादड़ (Megachiroptera) को बताया जाता है।

2. निपाह वायरस क्या है ?

  • यह एक बहुमुखी और ज़ूनोटिक वायरस है, जो पैरामाइक्सोविरिडे परिवार के जीनस हेनिपावायरस से संबंधित एक पैरामाइक्सोवायरस है।

  • यह जानवरों से मनुष्यों में फैलता है।

  • निपाह वायरस का वैज्ञानिक नाम निपाह हेनिपावायरस (पैरामाइक्सोवायरस ) है।

  • निपाह वायरस (Nipah Virus) को संक्षिप्त मे NiV भी कहा जाता है।

निपाह वायरस संक्रमण :

1. निपाह वायरस कैसे फैलता है ?

  • संक्रमित जानवरों के संपर्क में आना :

संक्रमित जानवरों जैसे चमगादड़ ,सूअर आदि के द्वारा खाद्य पदार्थो जैसे फल,सब्जी, के सेवन उनके दूध व मांस को जब कोई व्यक्ति सेवन करता है, तब यह संक्रमण फैलता है या संक्रमित जानवर के लार, मल-मूत्र के संपर्क में आने से भी मनुष्यों को संक्रमण हो सकता है।

  • पहले से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना :

संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श एवं श्वास के माध्यम से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर मे निपाह वायरस फैल सकता है।

निपाह वायरस के लक्षण या संकेत :

  • निपाह वायरस के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 4-14 दिनों के बाद दिखाई देते हैं लेकिन कई बार इस वायरस के लक्षण 40 से 45 दिन तक भी नजर नही आते है जिससे व्यक्ति मे इन्सेफेलाइटिस (मस्तिष्क ज्वर) की संभावना बढ जाती है और व्यक्ति कोमा मे भी जा सकता है।
सामान्य लक्षण गंभीर लक्षण
सिरदर्द
तेज सिरदर्द
बुखार
तेज बुखार (इन्सेफेलाइटिस)
मांसपेशियों में दर्द / ऐंठन
सांस लेने में तकलीफ (निमोनिया)
थकान
कोमा
उल्टी
दस्त

निपाह वायरस का उपचार :

चिकित्सक द्वारा →

  • निपाह वायरस एक गंभीर बीमारी है , जिसका अभी तक कोई विशिष्ट इलाज उपलब्ध नहीं है लेकिन समय पर संक्रमित व्यक्ति का इलाज शुरू किया जाए, तो निपाह वायरस से बचा जा सकता है।
  • निपाह वायरस लक्षणों के उपचार के लिए दवाएं दी जा सकती हैं। गंभीर मामलों में, रोगी को वेंटिलेटर की आवश्यकता हो सकती है।
  • फिलहाल निपाह वायरस का वर्तमान में कोई टीका (वैक्सीन ) उपलब्ध नहीं है इसकी वैक्सीन पर अभी काम किया जा रहा है।

निपाह वायरस से सावधानियां या बचाव के उपाय :

निपाह वायरस के फैलने के कुछ मुख्य तरीके हैं

  1.  संपर्क से:
    • जब कोई व्यक्ति जो निपाह वायरस से संक्रमित है, और उसका संपर्क दूसरे व्यक्तियों के साथ होता है, तो वायरस के तेजी से फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
  2.  संक्रमित सब्जी या फलों के माध्यम से:
    • निपाह वायरस आमतौर पर सब्जी और फलों के सेवन से मनुष्यों में प्रवेश कर सकता है, जिससे भी संक्रमण का खतरा हो सकता है.
  3. अस्वस्थ पशुओं के संपर्क से:
    • निपाह वायरस का स्रोत पशुओं में मिलता है, और यह पशुओं से भी मनुष्यों में प्रवेश कर सकता है.

सावधानियां और बचाव के उपाय

  1. स्वच्छता बनाए रखें:
    • सब्जियों और फलों को अच्छे से धोकर खाएं.
    • आस-पास स्वच्छता बनाए रखे और अच्छे से हाथ धोएं, विशेषकर खाने से पहले.
  2. सुरक्षित खाद्य स्रोतों का चयन करें:
    • विश्वसनीय और सुरक्षित खाद्य स्रोतों का चयन करें.
  3. पशुओं के संपर्क से बचें:
    • संक्रमित पशुओं के संपर्क से बचें .
  4. संक्रमित व्यक्तियों से बचें:
    • संक्रमित व्यक्तियों से संपर्क से बचें और मास्क पहनें.
    • यदि कोई व्यक्ति बीमार है, तो उसे अलग रखें और डॉक्टर की सलाह लें.

निपाह वायरस गंभीर संक्रमण हो सकता है, और इससे सुरक्षित रहने के लिए ये तमाम सावधानियां बहुत महत्वपूर्ण हैं। यदि आपको लगता है कि आप में संक्रमण के लक्षण हैं, तो आपको तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

निपाह वायरस के विशेषज्ञ :

  • निपाह वायरस (NiV) संक्रमण से बचने के लिए आप किसी वायरोलॉजिस्ट से सलाह ले सकते है।
  • इसके अलावा आप तंत्रिका रोग विशेषज्ञ,संक्रामक रोग विशेषज्ञ से भी सलाह ले सकते है।

अवश्य ध्यान दें :

💡 हमारा मकसद सिर्फ आपको सही जानकारी देना है। गंभीर बिमारियों मे आप किसी भी प्रकार के घरेलु उपचार मे अपना समय बर्बाद ना करे, सर्वप्रथम प्राथमिकता डॉक्टर को ही दे ।

  • भारत में, निपाह वायरस के मामले 12 से 15 सितंबर 2023 को केरल के कोझिकोड जिले में देखे गए थे। तब से, भारत में निपाह वायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं। 2023 में, केरल में निपाह वायरस का एक बड़ा प्रकोप हुआ, जिसमें अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।
  • भारत सरकार निपाह वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई उपाय कर रही है। इन उपायों में संक्रमित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाना, लोगों को जागरूक करना और इलाज के लिए दवाओं और वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल है।

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